Skip to main content

Posts

Showing posts from May, 2020

चाह गई चिंता मिटी-रहीम

चाह गई चिंता मिटी, मनुआ बेपरवाह। जिनको कछु नहि चाहिये, वे साहन के साह।।  

मेरे गांव का पीपल

मेरे गांव का यह पीपल  बहुत पुराना है  समूचे गांव के लिए न्यारा है  भगवान विष्णु का  इसमें वास है  समूचे गांव  के लिए कैलाश है इसकी ख्याति  दूर-दूर तक  फैली है  इसकी पूजा ‌से  शनि का प्रकोप  दूर हो जाता है  यहां बैठने मात्र से भीतर का दर्प चूर हो जाता है इस क्षेत्र का यह  स्टेट बैंक ऑफ इंडिया है एकांत साधना से यहां जीवन के पासबुक पर धर्म की कमाई बढ़ जाती है  यहां के एकाउंटेंट  हमारे गांव के  विष्णु-भक्त शिवनारायण मिश्र‌ हैं सबके पासबुक को हर‌‌ महीने अपडेट करते रहते हैं  ग़लत दिशा में जाने पर सबको टोकते रहते हैं कई स्त्रियों की सूनी गोदों को इसने भरा है गांव के लोगों की ‌हर  मुसीबतों को इसने हरा है ‌ इसके दर्शन मात्र से  जीवन धन्य हो जाता है मन आपादमस्तक प्रसन्न हो‌ जाता है  वैज्ञानिकों ने यहां  शोध ‌किया है  यह‌ और वृक्ष की तुलना में ज्यादा आक्सीजन देता है  लोगों की रोग-प्रतिरोधक  क्षमता को बढ़ाता है उन्हें ऊर्जावान बनाता है  मेरे गांव का यह पीपल बहुत ‌पुराना है  समूचे गांव के लिए न्यारा है  डॉ०सम्पूर्णानंद मिश्र  स्नातकोत्तर शिक्षक हिंदी  केन्द्रीय विद्यालय इफको फूलपुर इलाहाबाद प्रयागर

जार्ज पंचम की नाक

प्रीति कुमारी कक्षा 10 के अन्य सभी पाठों के PDF/Audio/Vidio/Quiz

माता का अंचल

श्री दशरथ प्रसाद  कक्षा 10 के अन्य सभी पाठों के PDF/Audio/Vidio/Quiz

मन्नू भंडारी - एक कहानी यह भी

प्रस्तुति - श्रीमती कमलेश कुमारी  ऑनलाइन क्विज  कक्षा 10 के अन्य सभी पाठों के PDF/Audio/Vidio/Quiz

मन्नू भंडारी - एक कहानी यह भी online quiz

Loading… कक्षा 10 के अन्य सभी पाठों के PDF/Audio/Vidio/Quiz

मानवीय करुणा की दिव्य चमक, लेक्षक-सर्वेश्वर दयाल सक्सेना

श्रीमती   कमलेश   कुमारी ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी कक्षा 10 के अन्य सभी पाठों के PDF/Audio/Vidio/Quiz

मानवीय करुणा की दिव्य चमक, लेक्षक-सर्वेश्वर दयाल सक्सेना online quiz

Loading… कक्षा 10 के अन्य सभी पाठों के PDF/Audio/Vidio/Quiz

कक्षा 10 हिन्दी लखनवी अंदाज लेखक-यशपाल

प्रस्तुति - श्री दशरथ प्रसाद  ऑनलाइन क्विज  कक्षा 10 के अन्य सभी पाठों के PDF/Audio/Vidio/Quiz

कक्षा 10 हिन्दी लखनवी अंदाज लेखक-यशपाल online quiz

Loading… कक्षा 10 के अन्य सभी पाठों के PDF/Audio/Vidio/Quiz

कक्षा 10 हिन्दी बालगोविन भगत, लेखक- रामवृक्ष बेनीपुरी

प्रस्तुति - श्री दशरथ प्रसाद  ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी हेतु यहाँ क्लिक करें  कक्षा 10 के अन्य सभी पाठों के PDF/Audio/Vidio/Quiz

कक्षा 10 हिन्दी बालगोविन भगत, लेखक- रामवृक्ष बेनीपुरी online Quiz

प्रस्तुति श्री कृष्ण कुमार गुप्त Loading… कक्षा 10 के अन्य सभी पाठों के PDF/Audio/Vidio/Quiz

इम्यूनिटी बढ़ाकर ही वायरस से लड़ सकते हैं

प्रतिरक्षा तंत्र (इम्युनिटी) मनुष्य को प्राप्त वरदान है ।  हर परिस्थिति में जीवित रहने योग्य बनाता है । प्रतिरक्षा प्रणाली ही बीमारियों से दूर रखती है ।  कहावत है "कांटा ही कांटे को निकालता है" साँप के जहर की दवा सांप के जहर से ही बनाई जाती है ।  इसी सिद्धांत पर पर ही सभी बीमारियों के टीके काम करते हैं ।  इम्यूनिटी कैसे बढ़ाएं ?....जानें..

कैमरे में कैद स्मृतियां

 जड़ से कटा मनुष्य अपनी शिनाख़्त मिटा देता है   लूट लिया जाता है    उसके स्वप्नों को     जांगर को     निर्ममता और    नृशंसता की भट्ठी में   झोंक दिया जाता है  सदा-सदा के लिए     नए जीवन    की गुहार लगाता है     पथरायी आंखों       की दरिया में     बापू के सपनों की नाव     उम्मीदों की सिर्फ़     एक किरणों के सहारे       चलाना चाहता है    बेटियों सदृश दिखती     लंबी भयानक       ग़रीबी की रात से    छुटकारा पाना चाहता है       लेकिन उसकी       उम्मीदों का गला      रेत दिया जाता है    कराहने गिड़गिड़ाने    चिरौरी ‌करने के बाद भी       किसी गटर में       उसके अरमानों को       फ़ेंक दिया जाता है        मजबूर वह मानव            रेंगते हुए       अपनी पीड़ा को       शांत भाव से पीते हुए      पैरों से चू रहे मवादों को  अपने निलय नि:सृत आंसुओं से      प्रक्षालित करते हुए    बापू की स्मृतियों को आंखों के कैमरे में कैद करते हुए अपनी गृहस्थी का भार समेटे हुए किसी दैवीय चमत्कार की       आशा में खड़ी  प्रसवंती लुगाई का हाथ थामे टूटे हुए मन से खड़ा होता है   अपने गांव आता है   और शाखा बनकर    फिर अपने जड

लोकल ट्रेन

      मुंबई की लोकल       ट्रेन के यात्रियों        की तरह जिओ        यहां लाखों लोग      ‌‌   सफ़र करते हैं        रोज मिलते हैं       रोज़  बिछुड़ते हैं         रोज़ धकियाए जाते हैं           ‌रोज़ रोते हैं            रोज़ टूटते हैं          रोज़ नक़ली हंसी हंसते हैं        फिर अपने पांव          चलने लगते  हैं         लोकल ट्रेन से मुंबई के                यात्रियों का गहरा रिश्ता है   उसकी भाषा भी खूब समझते हैं    दोनों की चाल में एक       समानुपातिक संबंध है  गंतव्य तक पहुंचने के लिए    दोनों प्रतिबद्ध है   किसी बात का मलाल नहीं है   किसी का बुरा हाल नहीं    न गिला न शिकवा      अपनी- अपनी    मस्ती में सब जी रहे हैं   दर्द भी अपना ही पी रहे हैं  न किसी से कोई आशा  न किसी से कोई निराशा  यहां किसी से उम्मीद करना   पानी पर लकीर खींचना है    संपूर्णानंद मिश्र 7458994874

काम शुरू करने के बाद जोश ठंडा पड़ जाता है, क्या करें?

ये बहुत ही कॉमन प्रॉब्लम है । काम बड़े जोश के साथ शुरू करते हैं पर कुछ समय बाद सारा जोश चला जाता है । किसी भी काम की पूर्णता संकल्प शक्ति पर निर्भर करती है । संकल्प शक्ति कोई जादू नहीं जो जब चाहे तब बड़ा लो । किसी भी काम की पूर्णता हेतु संकल्प निम्न बातों पर निर्भर करता है - 1. साहस - अतीत से मुक्ति का साहस, भविष्य की चुनोतियों को स्वीकार करने का साहस । अभी तक जिस पैटर्न पर जीवन चल रहा था उसमें कुछ नए करने का साहस चाहिए और नया करेंगे तो नई चुनोतियाँ होंगी उन्हें स्वीकार करने का साहस चाहिए । 2. संतुलन - दिल, दिमाग और अंतःकरण का संतुलन होगा तो अपने आप का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा । वही काम करें जिसे करने की इजाजत हृदय, मश्तिष्क और आत्मा दें । वही काम सफल होता है जो दिल को भाता हो, तर्क पर खरा उतरता हो और अंतःकरण स्वीकार करता हो । दिल - भावनाओं का केंद्र दिमाग - तर्कशक्ति का केंद्र अंतःकरण - सही गलत का निर्णय करने का केंद्र 3. संकल्पना - सकारात्मक संकल्पना करनी होगी । मानो कि हो ही गया जो मैने चाहा । 4. शेयरिंग - बड़ा काम अकेले संभव नहीं है । अपने मन की बात लोंगो को बताओ और अपनी टीम का चयन कर

विस्थापन एक त्रासदी

चीखें, चिल्लाहटें    करुण क्रंदन  जैसे जायज़ शब्दों से   निकले स्वर भी इक्कीसवीं सदी की सड़क पर    प्रजनन स्त्रियों की   समग्र पीड़ाओं को न्याय दिलाने के लिए मुकम्मल साक्ष्य नहीं है        क्योंकि किसी स्त्री पर  नाज़ायज संतति द्वारा हमला उतना ख़तरनाक नहीं है जितना उसके पाले स्वप्न को        गिद्धों सदृश  नोंच- नोंच कर भक्षण करना     वर्तमान साक्षी है    यह बीमारी वैश्विक है  इसने न जाने कितनों को मारा      कितनों को तोड़ा         कितनों के मुंह को कूंचा         उस सांप की तरह       जो छटपटाते हुए        दम तोड़ देता है         घुप्प अंधेरों के       भयानक जंगलों से निकलकर      जो कभी बाहर की रोशनी में        पुनः न कभी नहाया हो      कितनी आशाओं के शलभ      वापसी की लौ में जर गए      कितनों के सपने मर गए      आत्माएं भी दुःखी हैं       ग्राम- देवताओं के     ‌‌ शरीरों को त्यागकर      रेल की पटरियों पर     न‌ जाने कौन सी काली छाया     आज जीवित आत्माओं        को डरा रही है      अपनी बेगुनाही का     पुख्ता सबूत मांग रही हैं      इन छायाओं को    इतना डरा हुआ नहीं देखा गया   अपने ही नीड़ में

हिन्दी कक्षा 10 नौबतखाने में इबादत (यतींद्र मिश्र)

प्रस्तुति - डॉ सोनाली मित्रा  पी जी टी हिन्दी केन्द्रीय विद्यालया रामपुर  भाग - 1 भाग - 1 ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी नौबतखाने में इबादत (यतींद्र मिश्र) कक्षा 10 के अन्य सभी पाठों के PDF/Audio/Vidio/Quiz

हिन्दी कक्षा- 10 नेताजी का चश्मा

प्रस्तुति - डॉ सोनाली मित्रा  पी जी टी हिन्दी केन्द्रीय विद्यालया रामपुर  प्रस्तुति - श्री तरुण कुमार, टी जी हिन्दी,  केन्द्रीय विद्यालय सरसावा हिन्दी कक्षा 10 नेताजी का चश्मा (ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी) निर्माण-श्री कृष्ण कुमार गुप्त कक्षा 10 के अन्य सभी पाठों के PDF/Audio/Vidio/Quiz

हिन्दी व्याकरण - रस

प्रस्तुति - श्री तरुण कुमार, टी जी हिन्दी,  केन्द्रीय विद्यालय सरसावा भाग -2  भाग -1 ऑनलाइन क्विज कक्षा 10 के अन्य सभी पाठों के PDF/Audio/Vidio/Quiz

कक्षा 10 हिन्दी व्याकरण - पद परिचय

प्रस्तुति - डॉ सोनाली मित्रा  पी जी टी हिन्दी केन्द्रीय विद्यालया रामपुर  ऑनलाइन क्विज़ निर्माण डॉ सोनाली मित्रा  प्रस्तुति -श्रीमती रोजी, टी जी टी हिन्दी केन्द्रीय विद्यालय मथुरा  कक्षा 10 के अन्य सभी पाठों के PDF/Audio/Vidio/Quiz

हिन्दी व्याकरण - वाच्य

प्रस्तुति - श्री प्रवीण कुमार टी जी टी हिन्दी केन्द्रीय विद्यालया झाँसी  भाग - 1  भाग - 2 कक्षा 10 के अन्य सभी पाठों के PDF/Audio/Vidio/Quiz ऑनलाइन क्विज निर्माण श्री संतोष कुमार सुमन

रचना के आधार पर वाक्य भेद

प्रस्तुति - श्रीमती अमिता पांडेय,  टी जी टी हिन्दी केन्द्रीय विद्यालया नोयडा  प्रस्तुति - श्रीमती कमलेश कुमारी टी जी टी हिन्दी केन्द्रीय विद्यालया आगरा   कक्षा 10 के अन्य सभी पाठों के PDF/Audio/Vidio/Quiz ऑनलाइन क्विज निर्माण श्री संतोष कुमार सुमन

असफलता नाम की कोई चीज नहीं होती - सद्गुरु

सफलता और विफलता आपके जीवन में आने वाले धन की मात्रा पर निर्भर नहीं होती! सफलता और विफलता उस पहचान पर निर्भर नहीं जो आप दुनिया में पा रहे हैं ! विफलता जैसी कोई चीज नहीं है विफलता एक विचार है क्योंकि सफलता भी एक मूर्खतापूर्ण विचार है दुनिया को बदलने की कोशिश करने की बजाय अपना विचार बदलिये  सफलता और असफलता का अपना विचार ! हालात जो भी हों अगर आप जीवित हैं तो सफल हैं? और अगर ऐसा नहीं तो आप जीवन का महत्व नही जानते पूरी बात सद्गुरु से सुनिए.......

गिरिजा कुमार माथुर - छाया मत छूना

प्रस्तुति श्री चेतन राज वर्मा, कविता -छाया मत छूना कितना सीखा ? ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी (प्रश्न निर्माण श्री कृष्ण कुमार गुप्त ) कक्षा 10 के अन्य सभी पाठों के PDF/Audio/Vidio/Quiz प्रस्तुति श्रीमती सीता सिंह चौहान, कविता -छाया मत छूना

नागार्जुन - यह दंतुरित मुस्कान, फसल (कक्षा 10 हिन्दी)

प्रस्तुति - श्रीमती बबीता शर्मा, कविता यह दंतुरित मुस्कान  प्रस्तुति - गीता कुमारी,  कविता यह दंतुरित मुस्कान  प्रस्तुति - श्रीमती बबीता शर्मा, कविता - फसल प्रस्तुति - श्रीमती भावना चतुर्वेदी, कविता - फसल कितना सीखा ? ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी (प्रश्न निर्माण श्री कृष्ण कुमार गुप्त ) कक्षा 10 के अन्य सभी पाठों के PDF/Audio/Vidio/Quiz

सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला" - उत्साह एवं अट नहीं रही है (कक्षा 10 हिन्दी)

प्रस्तुति श्री दशरथ  कविता -उत्साह  कविता - अट नहीं रही है प्रस्तुति श्री नीरज कुमार  कविता -उत्साह प्रस्तुति श्री चेतन राज, कविता - अट नहीं रही है MCQ Quiz कक्षा 10 के अन्य सभी पाठों के PDF/Audio/Vidio/Quiz

MCQ Quiz हिन्दी कक्षा 10 संगतकार प्रश्नोत्तरी

कक्षा 10 के अन्य सभी पाठों के PDF/Audio/Vidio/Quiz Loading… कक्षा 10 के अन्य सभी पाठों के PDF/Audio/Vidio/Quiz