कोरोना कोरोना
बहुत हो गया रोना
भारत के लोगों को
नहीं हरा सकते
इस तरह से तुम नहीं
डरा सकते
अपनी पराजय पर
तुम मुंह छिपाओगे
छोड़ इंडिया तुम
भाग जाओगे
लाइफव्वाय से
नहा-नहाकर
अपनी त्वचा को
साफ कर लिए हैं
सारे बिषाणु ख़ुद
भाग गए हैं
दिल्ली में इतने
बड़े- बड़े जीवाणु हैं
तुम्हारा असर कुछ
भी न होगा
ऐसे- ऐसे लोग वहां बैठे हैं
तुम्हारा मुंह खुद ही नोच लेंगे
मुंहनोचवा के संग में ये
बहुत दिन रहे हैं !
अब तुम्हारा इनसे पड़ा है पाला
इस विद्या में स्वयं वह माहिर हैं
उनकी यह कला जग जाहिर है
संसद में तुम्हारे जैसे
कितनों को लील गए
कोरोना कोरोना बहुत
हो गया रोना
भारत के लोगों को
तुम नहीं हरा सकते
इस तरह से तुम मुझे नहीं
डरा सकते ।
डॉ० सम्पूर्णानंद मिश्र
बहुत हो गया रोना
भारत के लोगों को
नहीं हरा सकते
इस तरह से तुम नहीं
डरा सकते
अपनी पराजय पर
तुम मुंह छिपाओगे
छोड़ इंडिया तुम
भाग जाओगे
लाइफव्वाय से
नहा-नहाकर
अपनी त्वचा को
साफ कर लिए हैं
सारे बिषाणु ख़ुद
भाग गए हैं
दिल्ली में इतने
बड़े- बड़े जीवाणु हैं
तुम्हारा असर कुछ
भी न होगा
ऐसे- ऐसे लोग वहां बैठे हैं
तुम्हारा मुंह खुद ही नोच लेंगे
मुंहनोचवा के संग में ये
बहुत दिन रहे हैं !
अब तुम्हारा इनसे पड़ा है पाला
इस विद्या में स्वयं वह माहिर हैं
उनकी यह कला जग जाहिर है
संसद में तुम्हारे जैसे
कितनों को लील गए
कोरोना कोरोना बहुत
हो गया रोना
भारत के लोगों को
तुम नहीं हरा सकते
इस तरह से तुम मुझे नहीं
डरा सकते ।
डॉ० सम्पूर्णानंद मिश्र
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