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Today's thought

हर कर्म का फल अवश्य मिलता है
पर फल की इच्छा 
चिंता पैदा करती है
और चिंता अवसाद (depression)

कर्म व्यक्ति द्वारा किया जाता है
और फल समष्टि के हाथ में

और जिस पर अधिकार न हो
उसकी बारे में सोचना मूर्खता है

मज़े की बात है
लोंगो को बात करते सुनता हूँ
अपना ज्यादातर समय 
उन बातों पर खर्च करते हैं
जो वो कर नहीं सकते

और फिर कहते हैं
भाग्य में नहीं है
ये भाग्य................

शुभ प्रभात..!

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