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Scheme of Examination for the post of Principal in NVS 2019

Test duration - 3 Hours 

Total questions - 180

Part-l Reasoning Ability - 25 Questions

Part-ll General Awareness - 25 Questions

Part-Ill Language test (General Englishand General Hindi)-  30 Questions, 15 each subject

Part-IV Academics (Educational aspects) - 50 questions 

1) Child Development & Pedagogy-

Child Development - physical, intellectual, emotion & social;
Problems of adolescence - role of home, school, hostel and society in dealing with them.
Learning:
i) Concepts
ii) Factor affecting learning
iii) Motivation and measures for creating effective learning situations.

2) Perspective in education

i) Right to Education (RTE) 2009, POSCO, child rights
ii) NCF 2005, Learning Outcome
iii) School organization
iv) Institutions of higher learning & research of India
v) Formal & distance education systems
vi) Good governance in school system

3) Teaching Methodology

i) ICT in education
ii) Curriculum
iii) Academic Planning
iv) Assessment & Evaluation

4) Rights & duties of Principal in residential schools

i) Right & duties of Principal with reference to different stake holders
ii) Development and maintenance of facilities & assets
iii) Role of Principal in promoting excellence in academics & curricular activities.
iv) Promotion of ethics and values in academic institution

Part-V Administration & Finance -  50 Question 

CCS (CCA) Rules, 

Medical Attendant Rules,

Fundamental and Supplementary Rules, 

CPF & NPS Rules, 

Travelling Allowances Rules, 

PFMS, 

LTC Rules, 

General Financial Rules (GFR), 

Income Tax,

ERP for schools.


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31 दिसम्बर की रात, पूरा माहौल रंगीन और जश्न में डूबा है। उत्तेजना बढ़ती जाती है और इकतीस दिसंबर की आधी रात हम सोचते हैं कि पुराना साल रात की सियाही में डुबोकर कल सब कुछ नया हो जाएगा। यह एक रस्म है जो हर साल निभाई जाती है, जबकि हकीकत यह है कि दिन तो रोज ही नया होता है, लेकिन रोज नए दिन को न देख पाने के कारण हम वर्ष में एक बार नए दिन को देखने की कोशिश करते हैं। दिन तो कभी पुराना नहीं लौटता, रोज ही नया होता है, लेकिन हमने अपनी पूरी जिंदगी को पुराना कर डाला है। उसमें नए की तलाश मन में बनी रहती है। तो वर्ष में एकाध दिन नया दिन मानकर अपनी इस तलाश को पूरा कर लेते हैं। यह सोचने जैसा है जिसका पूरा वर्ष पुराना होता हो उसका एक दिन नया कैसे हो सकता है? जिसकी पूरे साल पुराना देखने की आदत हो वह एक दिन को नया कैसे देख पाएगा? देखने वाला तो वही है, वह तो नहीं बदल गया। जिसके पास ताजा मन हो वह हर चीज को ताजी और नई कर लेता है, लेकिन हमारे पास ताजा मन नहीं है। इसलिए हम चीजों को नया करते हैं। मकान पर नया रंग-रोगन कर लेते हैं, पुरानी कार बदलकर नई कार ले लेते हैं, पुराने कपड़े की जगह नया कपड़ा लाते हैं। हम...

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