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KVS PRT Syllabus of Science in hindi (20 marks)

1. जीव जगत Living world

2. मानव शरीर Human body

3. पादप जीवन Plant life

4. प्राकृतिक वनस्पति एवं वन्य जीवन

5. भोजन

5. ब्रह्माण्ड- एक प्राकृतिक घटना, ग्रह

6. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान कार्यक्रम

7. हमारा देश- भौगोलिक स्थिति, प्राकृतिक संसाधन भोजन एवं फसलें

8. पदार्थ

9. तत्वों की अवधारणा

10. अणु एवं परमाणु

11. परमाणु की संरचना

12. रेडियोधर्मिता

14. तरल एवं गैस

15. हाइड्रोकार्बन का वर्गीकरण

16. रासायनिक एवं भौतिक परिवर्तन

17. पौधा घर प्रभाव

18. प्रकाश संश्लेषण

19. गति

20. विस्थापन

21. वेग

22. समान एवं असमान रेखीय गति

23. त्वरण

24. दूरी , समय एवं वेग

25. एकसमान वृत्तीय गति की अवधारणा

26. बल एवं गति

27. जड़त्व

28. संवेग

29. क्रिया एवं प्रतिक्रिया बल

30. जड़त्व का संरक्षण

31. ऊर्जा का संरक्षण

32. साधारण मशीन

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31 दिसम्बर की रात, पूरा माहौल रंगीन और जश्न में डूबा है। उत्तेजना बढ़ती जाती है और इकतीस दिसंबर की आधी रात हम सोचते हैं कि पुराना साल रात की सियाही में डुबोकर कल सब कुछ नया हो जाएगा। यह एक रस्म है जो हर साल निभाई जाती है, जबकि हकीकत यह है कि दिन तो रोज ही नया होता है, लेकिन रोज नए दिन को न देख पाने के कारण हम वर्ष में एक बार नए दिन को देखने की कोशिश करते हैं। दिन तो कभी पुराना नहीं लौटता, रोज ही नया होता है, लेकिन हमने अपनी पूरी जिंदगी को पुराना कर डाला है। उसमें नए की तलाश मन में बनी रहती है। तो वर्ष में एकाध दिन नया दिन मानकर अपनी इस तलाश को पूरा कर लेते हैं। यह सोचने जैसा है जिसका पूरा वर्ष पुराना होता हो उसका एक दिन नया कैसे हो सकता है? जिसकी पूरे साल पुराना देखने की आदत हो वह एक दिन को नया कैसे देख पाएगा? देखने वाला तो वही है, वह तो नहीं बदल गया। जिसके पास ताजा मन हो वह हर चीज को ताजी और नई कर लेता है, लेकिन हमारे पास ताजा मन नहीं है। इसलिए हम चीजों को नया करते हैं। मकान पर नया रंग-रोगन कर लेते हैं, पुरानी कार बदलकर नई कार ले लेते हैं, पुराने कपड़े की जगह नया कपड़ा लाते हैं। हम...

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