पाठ योजना
कक्षा –ग्यारहवीं
कक्षा –ग्यारहवीं
विषय- हिंदी
पाठ-रजनी (मन्नू भंडारी)
समयावधि – नवम्बर 2016
पाठ का संक्षिप्त परिचय –
11वीं कक्षा में मन्नू भंडारी द्वारा लिखित एक पटकथा को शामिल किया है पटकथा यानी पट या स्क्रीन के लिए लिखी गई वह कथा रजत पट के लिए भी हो सकती है और टेलीविजन के लिए भी। मूल बात यह है कि जिस तरह मंच पर खेलने के लिए नाटक लिखे जाते हैं, उसी तरह कैमरे से फिल्माए जाने के लिए पटकथा लिखी जाती है।
कोई लेखक किसी भी दूसरी भाषा में लेखन करके उतने लोगों तक अपनी बात नहीं पहुंचा सकता, जितना कि पटकथा लेखन द्वारा; क्योंकि पटकथा शूट करने के बाद धारावाहिक या फिल्मों के रूप में लाखों करोड़ों दर्शकों तक पहुंच जाती है । इस लोकप्रियता के चलते पटकथा लेखन की और लेखकों का भी पर्याप्त रुझान हुआ है और पत्र-पत्रिकाओं तथा पुस्तकों में भी पटकथाएं छपने लगी हैं। प्रस्तुत पाठ है रजनी धारावाहिक की एक कड़ी दी गई है।
रजनी पिछली सदी के नवें दशक एक बहुचर्चित TV धारावाहिक रहा है। यह वह समय था जब "हमलोग" और "बुनियाद" जैसे सो दूरदर्शन का भविष्य गढ़ रहे थे। बासु चटर्जी के निर्देशन में बने इस धारावाहिक की हर कड़ी अपने में स्वतंत्र और मुकम्मल होती थी और उन्हें आपस में गूँथनेवाली सूत्र रजनी थी। हर कड़ी में यह जुझारू और इंसाफ़-पसंद स्त्री-पात्र किसी न किसी सामाजिक-राजनीतिक समस्या से जूझती नजर आती थी। प्रस्तुत अंश भी व्यवसाय बनती शिक्षा की समस्या की ओर ध्यान खींचता है।
कोई लेखक किसी भी दूसरी भाषा में लेखन करके उतने लोगों तक अपनी बात नहीं पहुंचा सकता, जितना कि पटकथा लेखन द्वारा; क्योंकि पटकथा शूट करने के बाद धारावाहिक या फिल्मों के रूप में लाखों करोड़ों दर्शकों तक पहुंच जाती है । इस लोकप्रियता के चलते पटकथा लेखन की और लेखकों का भी पर्याप्त रुझान हुआ है और पत्र-पत्रिकाओं तथा पुस्तकों में भी पटकथाएं छपने लगी हैं। प्रस्तुत पाठ है रजनी धारावाहिक की एक कड़ी दी गई है।
रजनी पिछली सदी के नवें दशक एक बहुचर्चित TV धारावाहिक रहा है। यह वह समय था जब "हमलोग" और "बुनियाद" जैसे सो दूरदर्शन का भविष्य गढ़ रहे थे। बासु चटर्जी के निर्देशन में बने इस धारावाहिक की हर कड़ी अपने में स्वतंत्र और मुकम्मल होती थी और उन्हें आपस में गूँथनेवाली सूत्र रजनी थी। हर कड़ी में यह जुझारू और इंसाफ़-पसंद स्त्री-पात्र किसी न किसी सामाजिक-राजनीतिक समस्या से जूझती नजर आती थी। प्रस्तुत अंश भी व्यवसाय बनती शिक्षा की समस्या की ओर ध्यान खींचता है।
क्रियाकलाप
पाठ का मंचन, प्रश्नोत्तरी|
गृहकार्य–
पाठ्य पुस्तक से अभ्यास प्रश्नों के उत्तर लिखना |
शिक्षक का नाम –
पद – पी.जी.टी. हिंदी
पद – पी.जी.टी. हिंदी
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